# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .दयालुता "
# कविता ***
दयालुता मानव मात्र ,का गहना है ।
दयालुता से मानव ,सुशोभित होता है ।।
दयालुता से करुणा ,झलकती है ।
दयालु व्यक्ति ,परोपकारी होता है ।।
दयालु व्यक्ति ,किसी को तड़पता नहीं देख सकता है ।
किसी के आंसू पौछना ,दयालुता ही है ।।
जीव मात्र के दुःख दूर करना ,दयालुता है ।
दयालुता में ही ,ईश्वर का वास है ।।
मानव वही है जो ,प्राणीमात्र पर दया करें ।
दया धर्म का मूल है ,पाप मूल अभिमान है ।।
जब तक धट में प्राण है ,दया नहीं छोड़नी है ।
दयालुता ही सबसे ,बडा पुण्य है ।।
दयालुता में ही ,मानवता छिपी है ।
दयालु व्यक्ति ,किसी को दुःख नही देता है ।।
ईश्वर को तो नही देखा ,पर जीव मात्र में ईश्वर का निवास है ।
दयालुता से भी ,स्वर्ग मिलता है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।

Hindi Poem by Brijmohan Rana : 111537742
Brijmohan Rana 4 years ago

कैलाशजी धन्यवाद जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी आर .आर .आर .जी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

पी .एस .जी धन्यवाद जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी पी .पी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी शेफाली जी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

Subbu ,धन्यवाद जी मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी मोहनभाई आनंद धन्यवाद जी मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

एम .जे .जी धन्यवाद जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी एच .के .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी जी .एस .पी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी सुधाकरजी मिश्रा जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी टीनाजी भट्ट धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी आशकाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी एन .एन .के .जी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियजी एन .जे .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

लाईक करने वाले सभी मित्रों व बहनों को धन्यवाद जी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 years ago

आदरणियाजी ए .आर .जी धन्यवाद बहनाजी ।

Rama Sharma Manavi 4 years ago

बहुत बढ़िया

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now