आप ही हो पापा,
                     
              
                      पिता को समर्पित

मुझे भगवान से कुछ और ना चाहिए,
आपसे मुझे वो सारी खुशियां मिली,

जब भी मैं उदास पड़ा,
आपने दी मुझे आपनी दोस्ती,

मै अनजाने, कई गलतियां करता रहा,
पर आपने कभी मुझसे मुख न मोड़ा,

साथ सबने छोड़ दिया
पर आपने कभी हाथ न छोड़ा ,

हार जब भी मैंने माना
आपने मुझे हौसला दिया ,

हर दर्द और गम अपने छुपाकर
आपने मुझको मुस्कान दी,

गिर गया जब भी चोट खाकर,
आपने ही उठने की जान दी,

आप ही हो पापा,
जिसने मुझे एक नाम और अपनी एक पहचान दी।

नोट:-  मां बाप भगवान का ही वह रूप है ,
जिसके दर्शन और पूजा हम
नित्य आपने हाथों से कर सकते है
परन्तु अपनी अज्ञानता के कारण हम भगवान को ढूंढते रहते है। 

                 I love you Papa ...            

#Arjunabunty

Hindi Poem by Arjuna Bunty : 111527208

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