#सीखle
दुनिया एक कहानी सीख,
बडी लगे मस्तानी सीख।
कितने दिन चलाओगे?
जेबे कुछ कमानी सीख।
क्या कैसे रख जाओगे?
थोडी बहोत गवानी सीख।
सुस्त पडी सी नगरी में,
चहल-पहल तू लानी सीख।
मरी पडी सी सूरत में,
ला कर तू जवानी सीख।
शोर से त्रस्त माहोल में,
अपनी बात चलानी सीख।
कडवी सिर्फ दवाई रख,
बाकी मीठी जबानी सीख।
सडकर जो गिर जानी है,
एसी सोच उठानी सीख।
पडी पडी बुझ जानी है,
आग वो जल्द जलानी सीख।
दिल के दरिया आगे बढ़
तो, थोड़ी सावधानी सीख।
प्रीत भरे जलधि की तू,
मौजो की रवानी सीख...
© लीना प्रतीश