हर सुबह तुम युही घुल जाती हो मुजमे,

इस चाय की खुश्बू की तरहा,

हर पल हसिन कर जाती हो,

इस चाय की चुस्की की तरहा.
@Riyansh

Hindi Shayri by Riyansh : 111519896

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