ये उनसे कहना जो मेरी चुप से हज़ार बातें बना रहे थे,

मैं अपने शोले पा चुका हूँ मैं अपनी शिद्दत में आ बसा हूँ...!!


#अज़्म बहज़ाद

Hindi Shayri by करुनेश कंचन.. : 111515246

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