#Dead end of life starts
When u overcomes ur wish...!!!
My Spiritual Poem...!!!
क्यूँ नहीं लेता ख़बर
हमारी तू ऐ बे-ख़बर
क्या तेरे आशिक़ हुए थे
दर्द-ओ-ग़म खाने को हम
माना दस्तुर-ए-मोहब्बत है
उम्र भर तड़पना पर बे-ज़ख़्म
जीदगीँ भी पेशतर-औ-ख़म
आशिक-ए-मिज़ाजी है ग़म
आशिक-ए-हक़ीक़ी है नम़
तलब़-ए-मिज़ाजी तो है सनम
पर तलब़-ए-हक़ तो है रब..!!
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