मुझसे ये क्या गलती हो गई, बताओ मुझे।
मुझको पीटा भी गया और थाने में भी डाला गया।
तेरी एक गली से गुजरने की, ये तो कोई सजा न हुई।
ये रोष एक मुझ काफीर पर ही या,
हर एक यहां गुजरने का जुर्माना भरता है।

Hindi Shayri by Raje. : 111507632

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