ए दिल शुक्रिया उसका मान, किया जो "उसने" तेरा लहू-लुहान स्वाभिमान, जी ऐसे उठा तू जैसे फूंक दियें हो मुर्दे में प्राण.... बस वक्त अब तेरा हैं, तोड़ उस बेड़ी को, बाँधे थे जिसनें तेरे, जान और अरमान.....

Hindi Thank You by Varsha : 111503960
Varsha 4 years ago

शुक्रिया सर

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now