जिस प्यार को हमने मुकद्दर समझ लिया!
उस दर्द को इश्क का असर समझ लिया!!
इस इबादत को थुएं में उडा़ दोगे इस तरह ,
उस बेखबर को क्यों हमसफर समझ लिया!!
नमिता "प्रकाश"
#लापरवाह

Hindi Shayri by Namita Gupta : 111503003

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