बहुत खूबसूरत सा रिश्ता है तेरे और मेरे बीच
दायरों में बांध,
इसे छोटा न बना
चलती रहो बस साथ मेरे
यूँ ही कदम मिला
अहसासों को अरमाँ न बना

Hindi Shayri by आशा झा Sakhi : 111495098

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