बिल्ली और पतंग !
बिल्ली ने देखा पतंग को
झटपट मिलने पहुंची
बोली आसमान में उड़ने
मुझको लेे चल बेटी!
तब पतंग ने कहा ओ मौसी
बहुत कठिन है उड़ना
पड़ता है धागे से मुझको
अपने अंग जकड़ना
म्याऊं बोली- लेे चल बेटी
तुझे खिलाऊं रोटी
अपने पैरों को मैं दुम से
देख बांध कर बैठी !

Hindi Poem by Prabodh Kumar Govil : 111494192

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