मां का दामन छोड़ने को मन नहीं करता
आंखों के आंसू पोछने को मन नहीं करता
चूमती थी जिस प्यार से वो मुझे
उस प्यार को भूलने को मन नहीं करता

Hindi Poem by vikas kushwah : 111492293

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