प्रियतम तेरे प्यार को पाकर,मै तो पागल बन जाऊंगा।
तेरी मृगनयनी आंखों का,जलकर काजल बन जाऊंगा।।
जीवन की सच्ची परिभाषा, प्रियतम तुमने ही सिखलायी।
अब दिवस-रात्रि का चैन गया, बस आ भी जाओ ओ हरजाई।।

Hindi Romance by Manish Kumar Singh : 111472785

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