मुद्दतो बाद फ़ुरसद पाई है मैंने!!!
दिल मे भी थोड़ा हल्का सा पन है।
यादें भी तुम्हारी कैद से रिहा हो गई है।
आँखो में भी शायद वो नमी नही,
लगता है कि तुम जा चुके हो!!!!!!!
मेघा....

Hindi Blog by Megha Rawal : 111470931

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