ये शब्दों की ज्वाला ये वादों की माला कहाँ कौन किसने इन्हें है निभाया। वादों की कश्ती चलाई बहुत सी कागज़ कहाँ देर तक टिक है पाया।। जो अँगारे भरे थे शब्दो मे अपने, आँखों मे भला कौन है लाया। बाते बहुत सी करी हमने लेकिन कितनो को हक़ीक़त में कर के दिखाया ।।

Hindi Quotes by A Man Kumar : 111463724

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