सत्य की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है,अगर हम सत्य की रक्षा नहीं करेंगे तो असुरक्षित महसूस करेंगे और इसका कारण बाहर नहीं हमारे भीतर होता है,अगर हमने सत्य का साथ छोड़ दिया तो फिर चुनाव के लिए और कुछ बचता ही नहीं है, हमें स्वयं ही इस संसार के लिए एक उदाहरण बनना पड़ेगा,हमें अपनी आत्मशक्ति एवं इच्छा शक्ति को पहचान कर आगे बढ़ना है।।
#आगे