थी ख्वाहिशें बहुत मेरी
उम्मीद से भी ज्यादा।
मुंह फेर के चलना अच्छा नहीं लगा तेरा इरादा।
कोशिशें बहुत की तुझको मनाने की,
हर बार रूठ जाना
यह सितम है और भी ज्यादा।।
नमिता"प्रकाश"

Hindi Blog by Namita Gupta : 111455392

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