#बेवकूफ

आज मैंने खुद को ही बेवकुफ बनाया,
ख़ुद से परेशानियों को दूर भगाया ।
दिनभर की भाग-दौड़ ,
एक पल‌ में ही थम गई,
आज था नौकरी का आखिरी दिन,
कैसे रह पाऊंगी मैं अब तेरे बिन ।
हो चली मैं अब तुझसे विदा,
बंध गई मैं शादी के बंधन में सदा।
काश कह पाती ,मैं हूं तुझ पर फिदा,
लेकिन पल में ही हो गई तुझसे जुदा।
हां! आज मैंने खुद को ही बेवकुफ बनाया,
ख़ुद से परेशानियों को दूर भगाया ।

Hindi Poem by Rinki Choudhary : 111455059

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