अपना विवेक जगाओ और अपने दीपक खुद बनो
ये बुद्ध की सूचना सब अगर मान जाते
इस दुनिया मे कभी कही युद्ध न होते

किसी और को नही अपने आप को समझे अगर
तो दुनिया को समझना आसान होगा
जिम्मेदारी अपनी हरकोई समझे
तो जरूरतमंद कोई कही न होगा

किसने क्या करना है ये कोई और सोचे
तो आझाद देश मे भी हर इन्सान
गुलाम ही होगा...

#ज़रूरतमंद

Hindi Thought by Pravin Ingle : 111454459
Brijmohan Rana 4 years ago

बेहतरीन ,शानदार ,गजब ,सृजन ।

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

बिल्कुल सही...

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