जो लब न कह सके उसे आँखों ने बया कर दिया,
छुपाने की कोशिश तो की थी लेकिन धड़कन ने शोर मचा दिया | 
एहसास ही तो थे जिसे बया ना कर सके,
लेकिन ख्यालो में  खुद को तबाह कर दिया |

Hindi Shayri by zeba Praveen : 111453357

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now