अपने हर ऐक का अंतिम मुकाम हैं घोंसला
अपने हर ऐक का ठिकाना हैं अपना घोंसला ।
मन की शांति का अंतिम पडाव हैं घोंसला
और सूकुन कि मौत का ठिकाना भी है घोंसला ।।
#घोंसला

Hindi Shayri by AVANI HIRAPARA : 111452937

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