कश्ती हैं पुरानी मगर दरिया बदल गया मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया .

ना शक़्ल बदली , ना ही बदला मेरा किरदार बस लोगों के देखने का नज़रिया बदल गया .

#sHiVaN

#नज़रिया

Hindi Shayri by Poorav : 111451825

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