छीन कर मौत से मेरी सांसे,
हर सुबह ज़िंदगी नवाजे है
मांगने को नहीं बचा कुछ भी,
उसकी रहमत ही हमको पाले है

करुनेश कंचन

# गीत का मुखड़ा

Hindi Song by करुनेश कंचन.. : 111448959
shekhar kharadi Idriya 4 years ago

वा...बहुत खूब शब्दों को नवाज़ा है ।

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