#diamond

ऐसे ही नहीं बिकते हीरे बाजार में,

पहले उभरते है कोयले के बीच से,

फिर आते है तराशने वाले हाथों के पास,

फिर करते है जौहरी परख उसकी,

फिर लगती है किंमत उसकी,

तब कहीं मिलती है असली पहचान,

इस पहचान को खोजने के बाद भी,

ढूंढने पडते है उसके कदरदान,

अगर सही कदरदान मिल गया,

तो सफल हुआ आपका सफर।

Hindi Poem by Needhi Patel : 111445600

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