शिकारी भी यहाँ शिकार हैं सभी,
बड़े क़ातिल यहाँ निगार हैं सभी ।
ख़ुदा अब बन गया है क़ातिल उनका,
तभी उसपे यहाँ निसार हैं सभी ।।
-Panna
#शिकार

Hindi Shayri by Lakshmi Narayan Panna : 111431371

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