एक तरफ हालत से मजबुर था
और दुसरी तरफ तेरे नशे से चूर था

ना तुझसे दूर जाना मंजूर था
ना तेरी बाहोमें रेहना कबूल था

यह दिल भी अब समझ चुका था
तू मेरी भूल थी और में तेरा भूल था

सिर्फ उन आंखो का कसूर था
यह दिल तो सिर्फ मजबुर था।।

cp
#दिल

Hindi Shayri by Chiragpatel : 111430038

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