झूठ का सच ? – भाग – 2

दोस्तों, हमें नैतिक शिक्षा के नाम पर कहानियाँ सुनाई जाती हैं | दूसरे लोगों के उदाहरण दिए जाते हैं | बड़े-बड़े भाषण दिए जाते हैं : “हमें सच बोलना है तो बस बोलना है | हमें इसकी आदत डालनी है | किसी एक से शुरुआत होती है तो तुम ही क्यों नहीं कर सकते | देखना, धीरे-धीरे आपके आस-पास सब को आदत पड़नी शुरू हो जाएगी” | ऐसी बातें सुनते हुए आप सब, मन ही मन ये सोचते हो कि हमें भाषण दे रहा है | पहली शुरुआत अपने से क्यों नहीं करता | लेकिन आप बोल नहीं पाते हैं | मन मसोस कर रह जाते हैं |
आपकी पत्नी आप से पूछती है कि ‘क्या ? मैं मोटी हो गई हूँ’, ऐसा पूछने पर आप असमंजस में पड़ जाते हैं | आप जानते हैं कि अगर आपने सच बोला तो कुछ दिन जीना हराम हो जाएगा | सोच-विचार कर आप इस फैसले पर पहुँचते हैं कि ये झूठ सुनना चाहती है तो अब मैं क्या कर सकता हूँ | मुझे झूठ ही परोस कर देना पड़ेगा और ये विचार आते ही आप झूठ का सहारा ले मोटी पत्नी को भी पतला बता देते हैं | ऐसा माँ-बाप, बहन-भाई, ऑफिस और दोस्तों के बीच लगभग रोज होता है और आपको मजबूरन झूठ का सहारा लेना पड़ता है | कुछ जगह आप चैन से रहने के लिए, कुछ जगह रिश्ते बनाये रखने के लिए तो कुछ जगह भविष्य के लिए झूठ पर झूठ बोलते ही चले जा रहे हैं | ऐसा नहीं है कि आपको इस झूठ की जरूरत नहीं होती | आपको भी इस झूठ की जरूरत पड़ती है | और दूसरे लोग भी आपको झूठ परोस कर देते हैं | कुल मिला कर हर किसी को सिर्फ और सिर्फ झूठ ही चाहिए | कोई सच नहीं सुनना चाहता और इसके बावजूद भी आप हर कोई एक दूसरे को यही बोलते मिल जाएगा कि मैं न झूठ बोलता हूँ और न झूठ सुनता हूँ | दूसरे का झूठ पकड़ कर आप बहुत बड़े-बड़े भाषण देते हैं लेकिन कभी अपने गिरेबान में झाँक कर नहीं देखते हैं कि आप भी हर पल झूठ का सहारा लेते हैं | यानि हम सब ठीकरा दूसरों पर फोड़ते हैं |
दोस्तों, अब बात करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और क्यों झूठ बढ़ता ही जा रहा है | पिछले साठ-सत्तर साल में हमने जितनी तरक्की की है उतनी ही झूठ बोलने में भी की है | ऐसा क्यों हो रहा है इसे बताने से पहले मैं आपका ध्यान एक और बात की ओर ले जाना चाहता हूँ | ताकि आप बेहतर ढ़ंग से समझ पायें और इस झूठ को हम सब एक साथ मिल कर अपनी जिन्दगी से सदा के लिए हटा दें | इस में कोई शक नहीं कि ऐसा करने में हमें समय अवश्य लगेगा लेकिन यह निश्चित है कि इस झूठ का प्रभाव हमारी जिन्दगी से हटना जरूर शुरू हो जाएगा |

Hindi Blog by Anil Sainger : 111428989

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