किस्मत ने अजिब तुक्का कर दिया
बचपन से ही मज़दूरी की बेड़ीओ ने जकड़ लिया

अपने दुःख और आंसू को छुपाकर,
हस ना हसा ना क्या सिख लिया

लोगों ने नाम देकर 'जोकर' का, Moni
और वझुद #हास्यकर का बना दिया

#हास्यकर


- Moni patel

Hindi Shayri by Moni Patel : 111412087

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