#विभिन्न हालतो से कुछ ऐसे मार खाई हे
मेने एक गलती हर बार दोहरायी हे!
सब लोगो पर भरोसा कर के,ये दिल ने हर बार ठोकर खाई हे
मेने एक गलती हर बार दोहरायी हे!
सब के लिए लडा हूं मगर कोई न था साथ मेरे, जब बात मुझ पर आई हे
मेने एक गलती हर बार दोहरायी हे!
-बेनाम
#विभिन्न

Hindi Shayri by Dipen  Patel : 111396636

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