#मुलाक़ात
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मौज ए दरिया दिल, एक बूंद आब हुं,
कहीं फैन - बुलबुला, कभी मैं भाप हुं;

इन्तज़ार है रेगिस्तानी प्यासको रूहानी,
भीगा भीगा शबनमी, इश्क अंदाज हुं;

Hindi Poem by મોહનભાઈ આનંદ : 111395209

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