नीलामी हो रही थी मेरे जज्बातों की और दुख तो तब हुआ। जरा गौर से देखा तो मेरे अपने ही थे खुद की इज्जत बचाने के लिए दाम लगाने वाले।।
@ MR. DAFOD

Hindi Thought by Piyush Patel : 111385649

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