दिल दिमाग में कुछ एैसे छाये, जैसे बरसाती बादल.
रग रग में घुल गये तुम, जैसे चाय मे शक्कर.
कुछ इस तरह मेरे सपने, तुमसे शुरू तुमसे खतम..

Gujarati Shayri by Nishu : 111383219

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