राधा होना,सरल नहीं होता
क्योंकि उसे धारा के विपरीत बहना होता है।
राधा को शेष वृंदावन सा, कृष्ण के विरह में नहीं,
वरन, प्रतिपल कृष्णमय होकर जीना होता है।
#कृष्ण #प्रेम

Hindi Poem by Meenakshi Dikshit : 111380152

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