#भटकना

ईश्वर की खोज में हम भटके चारों धाम
मन्दिर, मस्जिद, गिरिजाघर में लिया प्रभु का नाम
होकर निराश जब मानव बैठा एक शाम तेरे द्वार
अंतरात्मा की गहराई में मिले जगतपति सिया राम।।

✍नेहा शर्मा

Hindi Poem by Neha Sharma : 111372816
Gyan Prakash Peeyush 4 years ago

बहुत सुंदर कविता और कविता से मेल खाती श्रीराम की सुंदर फोटो। हार्दिक शुभकामनाएं

Neha Sharma 4 years ago

धन्यवाद आदरणीय

Neha Sharma 4 years ago

हार्दिक आभार आपका

Neha Sharma 4 years ago

शुक्रिया

Neha Sharma 4 years ago

जय सिया राम

Neha Sharma 4 years ago

हार्दिक धन्यवाद आपका

મનોજ નાવડીયા 4 years ago

Wah... Bolo siya var ram chandra ki Jay.....

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now