दो राह में से..!
एक राह भी ना चूनी जाए...ना एक राह तक छोड़ी जाए...

ऐसी कस्मकस क्युं ?
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अरे..!
ये क्या बात...छाई है पुरी दुनिया रोशनी से...

चिराग तले ही अंधेरा क्युं ?

English Thought by NishA_Parmar : 111362592

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