स्वयं से हारा मनुष्य, जीवन के किसी क्षेत्र में प्रगति नहीं कर सकता.. न प्रेम पाने योग्य रहता है, न किसी से प्रेम कर सकता है, न स्वार्थी रहता है, न इच्छाएं होती है, बस कामना होती है तो शीघ्र मृत्यु की!.. ऐसा ही कुछ अनुभव कर रहा हूं, शायद स्वयं से हार चुका हूं मैं...!!!
#Expression

Hindi Blog by Mayur Patel : 111354784

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