मैं खुश हूँ....
इसकी वजह पता नहीं....
साथ हैं लोग कई.....
फिर भी अकेली हूँ....
इसकी वजह पता नहीं....
रोती हूँ अकेले में....
सबके सामने हँसती हूँ...
इसकी वजह पता नहीं...
अपने लिए जीती हूँ....
या अपनों के लिए....
इसकी वजह पता नहीं....
मैं खुश हूँ....
इसकी वजह पता नहीं....
✍️✍️✍️.... Priya

Hindi Blog by Priya Singh : 111333594

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