दर्द को सजाकर पेश करना पड़ता है..,
साहब....
यू ही नही लोग महफिलो में वाह वाह करते है..!!

✍🏻कुमार राणा..शुभरात्रि..जय माताजी

Hindi Shayri by KUMARPALSINH RANA : 111329859

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