आज हवाएं भी कह रही है कि
तुझे याद कर लिया जाए
फिर तो ये मौसम भी मिजाजी है
बदलना इसकी फितरत है
ये भला कहां आशिकौ पर
तरस खाता है।

Hindi Shayri by Pinky : 111327421

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