" उड़ान ओर सुकून "

" उड़ान कहे में दिन उड़ी ,
रात सुकून बनने ,
सुकून कहे में रात रुका ,
कल दिन उड़ ने "

— निमिष पानसुरिया

Hindi Shayri by Nimish Pansuriya : 111301629

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