Gaurang 4 years ago

आज भी आँखे उन्ही को तलाशती हे, जो कभी हमारे बिना एक पल भी रह नहीं पाते थे,,,

Hitesh Rathod 4 years ago

*जिनके पास अपने हैं*, *वो अपनों से झगड़ते हैं*... *जिनका कोई नहीं अपना*,?? *वो अपनों को तरसते हैं*..। *कल न हम होंगे न गिला होगा।* *सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा।*?? *जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।* *जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा।* ?? ?????? ???*

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