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मेरी वफ़ा की गवाही सितारे देते रहे,,,,,,,✨✨. बस मेरे चाँद को ही मुझपे यकीन ना आया,,,,,,,,,,,,? @खान।,,
Thank you..manda ji..?
Thanks..dr.damaynti ji..?
Thank you..Raahi..ji..?
लाजवाब
Thank you..shefali ji..?
વાહ..
जी शुक्रिया ।,,बहोत अच्छा लगा।।शुभ रात्रि...n..good night.
वाह... अब्बासभाई ?? समय की पाबंदी की वजह से आज यही पे खतम करती हु... Good night... ?
Good night...????
?????Gud Nyteee...bole to shubhratri
वाह,,वाह,,,,,???
वाह।।?
ठहाके छोड़ आये हैं अपने कच्चे घरों मे हम, रिवाज़ इन पक्के मकानों में बस ?मुस्कुराने का है।
वाह क्या बात है।? आप को देख कर यह निगाह रुक जाएगी , खामोशी अब हर बात कह जाएगी , पढ़ लो इन आँखों में अपनी मोहब्बत , कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी
नुमायश करने से चाहत बड़ नहीं जाती, मोहब्बत वो भी करते हैं जो इजहार नही करते। ..✍
सकून मिलता है जब उनसे बात होती है, हज़ार रातों में वो एक रात होती है, निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ, मेरे लिए वो ही पल पूरी कायनात होती है। Waah kya baat he?
Thank you..bro..?
क्या बात है।??? अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की मरने की दुआ माँगी तो जीने की सज़ा पाई।
वाह... अब्बासभाई... बेमिसाल... ? मोहब्बत मे रास्ता कुछ और नही होता, दिल टूटने का कोई शोर नहीं होता,, दिल मे गम और, होठो पे मुस्कुराहट, वफा निभाना भी आसान नहीं होता...
हाथो की लकीरों में जो लिखा ही ना था, में उसको अपना बनाने चला था, भरोसा था मुजे अपने आप पर, में पहाड़ को चिर कर झरना बहाने चला था ।
वाह तमन्ना जी।?? सारे सपने तोड़कर बैठे हैं,दिल का अरमान छोड़कर बैठे हैं.. ना कीजिये हमसे वफ़ा की बातें, अभी-अभी दिल के टुकड़े जोड़कर बैठे हैं
वाह... ? वो ढूँढते रहे वफा मेरे लफ्जो में, कभी आँखो में देखते तो,, बात कुछ और होती...
वाह।।?? ना चाहत के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग थी सारी बात लकीरों की, तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग
अगर जज्बातो तो मैं हो जोधा जैसी बात तो पत्थरो को भी पीगला देती है कोई बात।
वाह क्या बात ह।,,ै दीपाली जी।,,,,? पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती, दिल में क्या है वो बात नही समझती, तन्हा तो चाँद भी सितारो के बीच में है, पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती
? आओ आज पुरी करे उस अधुरी आस को आओ आज पुरा करें उस टुटे ख्वाब को आओ आज मनाएं अपने रुठे चांद को
Thank you..narendra bhai..?
Thank you..Sarika ji..?
Thank you..Dipali ji..?
Thank you..Dr.Damaynti ji..?
वाह दीपाली जी,,,,जोरदार।??? एक खोया खोया चाँद हे जो हे खफा खफा… एक टुटा टुटा ख्वाब हे जो हे तुझसे हे जुड़ा… एक आधी आधी आस हे जो अधूरी रह गयी…
वाह,,,नीरव भाई क्या बात है।?? आज भीगी हें पलके तुम्हारी याद में आकाश भी सिमट गया अपने आप में औंस की बूँद ऐसे गिरी ज़मीन पर मानो चाँद भी रोया हो तेरी की याद मे
ना चाँद हुआ हमारा, ना हो पाया ये आसमा हमारा, मर मिटे हम उसकी चाहत में दिन-रात युही तड़पके, ना जाने कोनसे जन्म का था उससे वास्ता हमारा ।
हम अपने उस चांद को ठुकरा भी ना सके ओर उसे अपना ये भी केसे जो कभी हमारा था भी नहीं
Very nice ???
क्या बात ??? हजारो सितारों के बीच मे हमे भी वो चांद नजर आया, जिसे चाहा दिलो जान से मगर फिर भी हमारा ना हो पाया ।
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