मेरी वफ़ा की गवाही सितारे देते
रहे,,,,,,,✨✨.
बस मेरे चाँद को ही मुझपे यकीन
ना आया,,,,,,,,,,,,?
@खान।,,

Hindi Shayri by Abbas khan : 111295499
Abbas khan 4 years ago

Thank you..manda ji..?

Abbas khan 4 years ago

Thanks..dr.damaynti ji..?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..Raahi..ji..?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..shefali ji..?

Abbas khan 4 years ago

जी शुक्रिया ।,,बहोत अच्छा लगा।।शुभ रात्रि...n..good night.

Tinu Rathod _તમન્ના_ 4 years ago

वाह... अब्बासभाई ?? समय की पाबंदी की वजह से आज यही पे खतम करती हु... Good night... ?

Abbas khan 4 years ago

Good night...????

KgBites 4 years ago

?????Gud Nyteee...bole to shubhratri

Abbas khan 4 years ago

वाह,,वाह,,,,,???

Abbas khan 4 years ago

वाह।।?

KgBites 4 years ago

ठहाके छोड़ आये हैं अपने कच्चे घरों मे हम, रिवाज़ इन पक्के मकानों में बस ?मुस्कुराने का है।

Abbas khan 4 years ago

वाह क्या बात है।? आप को देख कर यह निगाह रुक जाएगी , खामोशी अब हर बात कह जाएगी , पढ़ लो इन आँखों में अपनी मोहब्बत , कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी

KgBites 4 years ago

नुमायश करने से चाहत बड़ नहीं जाती, मोहब्बत वो भी करते हैं जो इजहार नही करते। ..✍

KgBites 4 years ago

सकून मिलता है जब उनसे बात होती है, हज़ार रातों में वो एक रात होती है, निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ, मेरे लिए वो ही पल पूरी कायनात होती है। Waah kya baat he?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..bro..?

Abbas khan 4 years ago

क्या बात है।??? अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की मरने की दुआ माँगी तो जीने की सज़ा पाई।

Tinu Rathod _તમન્ના_ 4 years ago

वाह... अब्बासभाई... बेमिसाल... ? मोहब्बत मे रास्ता कुछ और नही होता, दिल टूटने का कोई शोर नहीं होता,, दिल मे गम और, होठो पे मुस्कुराहट, वफा निभाना भी आसान नहीं होता...

Nirav Patel SHYAM 4 years ago

हाथो की लकीरों में जो लिखा ही ना था, में उसको अपना बनाने चला था, भरोसा था मुजे अपने आप पर, में पहाड़ को चिर कर झरना बहाने चला था ।

Abbas khan 4 years ago

वाह तमन्ना जी।?? सारे सपने तोड़कर बैठे हैं,दिल का अरमान छोड़कर बैठे हैं.. ना कीजिये हमसे वफ़ा की बातें, अभी-अभी दिल के टुकड़े जोड़कर बैठे हैं

Tinu Rathod _તમન્ના_ 4 years ago

वाह... ? वो ढूँढते रहे वफा मेरे लफ्जो में, कभी आँखो में देखते तो,, बात कुछ और होती...

Abbas khan 4 years ago

वाह।।?? ना चाहत के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग थी सारी बात लकीरों की, तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग

... Dip@li..., 4 years ago

अगर जज्बातो तो मैं हो जोधा जैसी बात तो पत्थरो को भी पीगला देती है कोई बात।

Abbas khan 4 years ago

वाह क्या बात ह।,,ै दीपाली जी।,,,,? पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती, दिल में क्या है वो बात नही समझती, तन्हा तो चाँद भी सितारो के बीच में है, पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती

... Dip@li..., 4 years ago

? आओ आज पुरी करे उस अधुरी आस को आओ आज पुरा करें उस टुटे ख्वाब को आओ आज मनाएं अपने रुठे चांद को

Abbas khan 4 years ago

Thank you..narendra bhai..?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..Sarika ji..?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..Dipali ji..?

Abbas khan 4 years ago

Thank you..Dr.Damaynti ji..?

Abbas khan 4 years ago

वाह दीपाली जी,,,,जोरदार।??? एक खोया खोया चाँद हे जो हे खफा खफा… एक टुटा टुटा ख्वाब हे जो हे तुझसे हे जुड़ा… एक आधी आधी आस हे जो अधूरी रह गयी…

Abbas khan 4 years ago

वाह,,,नीरव भाई क्या बात है।?? आज भीगी हें पलके तुम्हारी याद में आकाश भी सिमट गया अपने आप में औंस की बूँद ऐसे गिरी ज़मीन पर मानो चाँद भी रोया हो तेरी की याद मे

Nirav Patel SHYAM 4 years ago

ना चाँद हुआ हमारा, ना हो पाया ये आसमा हमारा, मर मिटे हम उसकी चाहत में दिन-रात युही तड़पके, ना जाने कोनसे जन्म का था उससे वास्ता हमारा ।

... Dip@li..., 4 years ago

हम अपने उस चांद को ठुकरा भी ना सके ओर उसे अपना ये भी केसे जो कभी हमारा था भी नहीं

Sarika 4 years ago

Very nice ???

Nirav Patel SHYAM 4 years ago

क्या बात ??? हजारो सितारों के बीच मे हमे भी वो चांद नजर आया, जिसे चाहा दिलो जान से मगर फिर भी हमारा ना हो पाया ।

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