मां तू जो साथ है,
जीना अच्छा लगता हैं,
तू घर में ना रहे तो
घर सूना सा लगता है,
घर वापिस जब आऊँ तो
आंखों के सामने चाहूं तुझको
तू ना दिखे जब तो
कुछ बेचैनी लगे मुझको
तू साथ रहे मेरे तो
हर खुशियां अच्छी लगती है,
तू पास ना हो मेरे तो
दुनिया खाली सी लगती है,
छोटी सी बातों पर नाराज़ हो जाऊं तो
समझाने वाली तू होती है।
तेरे साथ अपनी खुशियां बांटना चाहती हूं मैं।
तू प्यारी है,तू ही घर की रानी है,
थोड़ी नासमझ हूं मैं,
पर मां से प्यार मुझको है
घर से दूर जाकर ,
तेरे प्यार की कीमत आयेगी समझ ।
पढ़ लिख कर जब कुछ बन जाऊंगी,
तब तुझको नाज़ होगा मुझ पर,
तू भी बोल सकेगी शान से
' मेरी बेटी मेरा अभिमान है।'
दुनिया की सारी खुशियां मै तुझको देना चाहूं,
तेरे बचे अरमानों को मै पूरा कर दिखाऊ।
मां तू जों साथ है तो जीना अच्छा लगता है
दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार तुझसे ही तो मिलता है।
written by ✍✍Anamika Agnihotri
#Kavita