अगर पता होता

अगर पता होता कि, मञिंल नही मिलेगी।
तो हम उस राह पर कभी नही चलते।।

अगर पता होता कि, फ़ासले बढ जाऎगे।
तो हम तुमसे कभी नही मिलते।।

अगर पता होता कि, ख्वाइश कभी पुरी नही होगी।
तो हम इंतजार कभी नही करते।।

अगर पता होता कि, खामोशी बढ जाऎगी।
तो हम वो बात कभी नही करते।।

अगर पता होता कि, वफ़ा नही मिलेगी।
तो हम इश्क पर ऐतबार कभी नही करते।।

- किंजल पटेल (किरा)

Hindi Poem by Kinjal Patel : 111275862

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