बाकया सच्चा है| रेलवे में बुलावा पत्र मिलने पर मैं महाराष्ट्र के एक अंजान (मेरे लिए) सोलापुर मण्डल पर आवश्यक कागजात लेकर पहुँच गया| बड़े बाबू ने सारे आवश्यक कागजात जमा कारवा  कर आवश्यक शुल्क जमा करवाने व चिकित्सकीय जांच के आदेश दिये| इतना सब करने में पाँच दिन गुजर गए| छठे दिन मैं सिर पकड़ कर बैठ गया जब बड़े बाबूजी ने कहा की चूंकि मैं राजपत्रित अधिकारी का प्रमाणपत्र नहीं लाया लिहाजा मुझे नियुक्ति पत्र नहीं मिल सकता| थक चुका था, दिल रोने को कर रहा था कि हिम्मत की और चपरासी के माना करने के बावजूद मण्डल के सबसे बड़े अधिकारी (मण्डल रेल प्रबन्धक) जो की एक दक्षिण भारतीय थे के कक्ष में घुस कर रोटी हुई आवाज में कहा "सर, मुझे मेरा पैसा वापिस दिलवाने के आदेश दिये जाएँ क्योंकि मैं इस नौकरी के काबिल नहीं समझा गया| पाँच मिनट में मुझे नियुक्ति पत्र मिलगाया, और बड़े बाबू को डांट|

प्रेषक 

छत्र पल वर्मा ,

35-शिवम टेनेमेंट्स, आई। पी। स्कूल के पास ,

वल्लभ पार्क, साबरमती,

अहमदाबाद, 382424,

चल दूरभाष:- 7600554981,

Hindi Gandhigiri by CHHATRA PAL VERMA : 111264758

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now