#Gandhigiri
सड़क पर घूमते एक लड़के को खिलौने बेचते हुए देखा। जिसका दाम 40रुपये था। मेरी बेटी मेघा के 30रुपये में पूछने पर उसने मना कर दिया। मैं पास खड़ी थी। तभी रास्तेके किनारे एक अँधा आदमी वैसे ही खिलौने लिए बेच रहा था। मेघा तुरन्त उसके पास गयी और पूछा,"अंकल ये कितने रुपये की है?" उसने कहा '50रुपये'। तब मेघाने मेरी ओर देखा। तुरन्त मुझसे 50रु लेकर उस अंधे के हाथ में दिया। अंधेने वहीं एक आदमी से निश्चित कर पैसे जेब में रखे। उस खिलौने लिए बेटीके चेहरे पर खुशी और संतृप्ति देख मैं आश्चर्यानंद में डूबी हुई थी।