Live & let live others....
जियो और जिनेदो... बात तो बिलकुल साफ है, समझ ने के लिये.. पर समझना चाहते है की नहीं है, वो हम पे निर्भर है, ये हमें सोचना होगा की हमें जीना है.. ओर औरो को भी जीने देना है,, जिंदगी हमें सिर्फ ऐक ही मिलती है,और हमें इसे बहेतरीन बनाना है, और दुसरो की जिंदगी मे दखल करके हम अपनी जिंदगी कभी बहेतरीन नहीं बना सकते.. अपनी सोच, विचार हम दूसरे लोगो के ऊपर थोप नहीं सकते,, हा :, राय जरूर दे सकते है, पर किसीकी जिंदगी मे छोटे छोटे वदलाव पर हम दखल अंदाजी करके उनकी जिंदगी को नर्क नहीं बना सकते.. सामने वाला हमें रेस्पेक्ट देता हो, हमें चाहता हो, तो हमें उस के यही व्यवहार को समझना चाहिए,, ओर उनके निर्णय को पूरी सहमति देनी चाहिए,, ये हमारा फर्ज़ हो जाता है,, ओर यही फर्ज़ आपको अपनों की नज़रो मे ऊँचा स्थान देता है,, उसके लिये हमें उनके ओर हमारे नजरिये के बिच ऐक ब्रिज का निर्माण करना होगा.. कभी उनको हमारे नजरिये से दुनियादारी सिखाओ. और कभी हमें उनके नजरिये से दुनियादारी सीखनी होंगी.. तभी तो.. आजकी जनरेशन ओर पिछली जनरेशन के बिच ताल मेल रहेगना.. |
हम कभी कभी नये जनरेशन की आलोचना करते है.. पर आजका जनरेशन बिलकुल पारदर्शक है.. उसके मन मे पूर्वग्रह, किसीके प्रति.. आशंका, कुशंका, राग , द्वेष बिल्कुकल नहीं होता.. ये सब बीज बोने वाले हम ही होते है.. जो सलाह के रूप मे उन पर थोपते है,, आजकी पीढ़ी सिर्फ यही चाहती है, पँख लगाके उड़ना चाहती है.. आसमां को छूना चाहती है,, so lets them fly..... for ever... वो अपने दिल मे सदा हमें बिठाके रखेंगे.. चाहे कही भी रहे...
Alp@meht@(ऐक अहेसास )

Hindi Thought by Alpa : 111244621

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