☝️न मुक्ताभि र्न माणिक्यैः न वस्त्रै र्न परिच्छदैः । अलङ्कियेत शीलेन केवलेन हि मानवः ॥☝️

- भावार्थ :

मोती, माणेक, वस्त्र या पहनावे से नहीं, पर केवल शील से हि इन्सान विभूषित होता है ।

Gujarati Motivational by Guru Krupa Jyotish karyalay : 111239836

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