मोह माया का लालच नही पर त्यागी भी नही हूँ मैं,
दुनिया का सच्चा इंसान नही पर दागी भी नही हूँ मैं।

स्वयंसिद्धा होने की उम्मीद नही फिरभी "पागल",
ज़िन्दगी से राब्ता भी नही पर बैरागी भी नही हूँ मैं।

✍?"पागल"✍?

English Shayri by Prafull Pandya : 111195361

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