#काव्योत्सव2 #माँ #मातृदिवस #भावनाप्रधान

"............."माँ"............."

माँ- दुःख में सुख का एहसास है,
माँ - हरपल मेरे आस पास है ।
माँ- घर की आत्मा है,
माँ- साक्षात् परमात्मा है ।
माँ- आरती, अज़ान है,
माँ- गीता और कुरआन है ।
माँ- ठण्ड में गुनगुनी धूप है,
माँ- उस रब का ही एक रूप है ।
माँ- तपती धूप में साया है,
माँ- आदि शक्ति महामाया है ।
माँ- जीवन में प्रकाश है,
माँ- निराशा में आस है ।
माँ- महीनों में सावन है,
माँ- गंगा सी पावन है ।
माँ- वृक्षों में पीपल है,
माँ- फलों में श्रीफल है ।
माँ- देवियों में गायत्री है,
माँ- मनुज देह में सावित्री है ।
माँ- ईश् वंदना का गायन है,
माँ- चलती फिरती रामायन है ।
माँ- रत्नों की माला है,
माँ- अँधेरे में उजाला है,
माँ- बंदन और रोली है,
माँ- रक्षासूत्र की मौली है ।
माँ- ममता का प्याला है,
माँ- शीत में दुशाला है ।
माँ- गुड सी मीठी बोली है,
माँ- ईद, दिवाली, होली है ।
माँ- इस जहाँ में हमें लाई है,
माँ- की याद हमें अति की आई है ।
माँ- मैरी, फातिमा और दुर्गा माई है,
माँ- ब्रह्माण्ड के कण कण में समाई है ।
माँ- ब्रह्माण्ड के कण कण में समाई है ।

अंत में मैं बस ये इक पुण्य का काम करती हूँ।
दुनिया की सभी माँओं को दंडवत प्रणाम करती हूँ।

#HappyMother 'sDay

English Poem by अnu : 111167367
Amit Sharma 5 years ago

you are right ??????????????????

RATNESH. S 5 years ago

happy mother day

Pravin Parmar 5 years ago

happy mother's day?

Sharad Maloo 5 years ago

आपने भी बहुत अच्छी रचना लिखी है। Nice.

Sharad Maloo 5 years ago

आपकी रचना पढ़ कर उत्तर प्रदेश के दिवंगत कवी याद आ गये।।

Pramod 5 years ago

happy mother's day

The best sellers write on Matrubharti, do you?

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